गुरुवार, अगस्त 22, 2013

सफाई पसंद श्रीलंका

मेरी अपेक्षा थी कि श्रीलंका भारत की ही तरह एक विकासशील राष्ट्र है और वहाँ की संस्कृति और समाज भारत के दक्षिण प्रदेशों, प्रमुखतः तमिलनाडु से मेल खाती होगी।  मैंने यह भी मान लिया था कि श्रीलंका ने उन्ही से तीसरी दुनिया के देशों की समस्याएँ भी विरासत में पाई होंगी। वैसे ये कुछ हद तक सही भी माना जा सकता है मगर कुछ मामलों में श्रीलंका भारत से कहीं बेहतर है - सफाई उनमे से एक है। वैसे भारतीय काफी सफाईपसंद होते हैं, मगर सिर्फ अपने घर की चार दीवारों के अन्दर। घर का कूड़ा सड़क पर डालने में कोई गुरेज नहीं !

श्रीलंका काफी (एक भारतीय के परिपेक्ष्य से) साफ़ सुथरा है। अपनी यात्रा के दौरान मुझे कहीं भी कूड़े के ढेर नहीं दिखाई पड़े, न ही सड़ता हुआ खाना और अन्य जैविक कचरा। कभी कभार कुछ सड़कों से किनारे पर एक आधा कागज़ या पॉलीथिन दिखाई दिया मगर सामान्यतः काफी सफाई थी।


पता नहीं इसके पीछे क्या वजह है? क्या वहाँ की जनता इधर उधर कूड़ा करकट नहीं फैलाती या फिर स्थानीय प्रशासन सफाई के मामले में काफी सजग है या फिर वहाँ के सफाई कर्मचारी अति कार्यक्षम हैं! पहले लगा कि हो जनसँख्या कम होने की वजह से वहाँ गन्दगी कम हो, मगर भारत और श्रीलंका के जनसँख्या घनत्व में इतना भी फर्क नहीं है। जो भी वजह हो, किसी भारतीय के लिए तो यह एक सुखद अनुभव है।

चलते चलते 
भारतीय (हिंदी) सिनेमा और क्रिकेट खिलाड़ी श्रीलंका में काफी लोकप्रिय हैं। एअरपोर्ट से बाहर निकल कर जिन जनाब से मेरा पाला पड़ा (एक पुलिसकर्मी) वे शाहरुख़ खान के बारे में टर्राने लगे। मन तो उनको खरीखोटी सुनाने का था मगर रात के ३ बजे बहसियाने की हिम्मत न थी। वैसे भी मलिंगा और कोहली का उल्लेख मैं थोडा शांत हो चुका था तो मैंने उसे जाने दिया।

ये चित्र श्रीलंका का नहीं है। यह जयपुर से है। स्रोत - विकीमिडिया

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श्रीलंका एक भूमिका 

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